महिला प्रोफेसर से दुर्व्यवहार का मामला विधानसभा में गूंजा, 3 दिन में होगी कार्रवाई – भावना बोहरा

रायपुर। शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय रायपुर में महिला प्रोफेसर के साथ हुए दुर्व्यवहार का मामला एक बार फिर विधानसभा में उठा। पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने इस गंभीर प्रकरण को सदन के समक्ष रखते हुए दोषियों पर अब तक कोई कार्रवाई न होने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि 2018 में संविदा प्रोफेसर अनीता शर्मा द्वारा प्राचार्य जी.आर. चतुर्वेदी और उनके सहयोगी सेवानिवृत्त शांति किशोर मांझी के खिलाफ शिकायत की गई थी, जिस पर विशाखा समिति की जांच में दोनों को दोषी पाया गया था। इसके बावजूद न केवल कार्रवाई लंबित रही बल्कि प्राचार्य को प्रमोशन दे दिया गया।
विधायक ने विशाखा समिति की तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. सरोज परहाते के साथ हुए अन्याय का भी मुद्दा उठाया, जिन पर षड्यंत्रपूर्वक झूठे आरोप लगाकर उन्हें समिति से हटा दिया गया था। भावना बोहरा ने मांग की कि पीड़ित महिला प्रोफेसर को न्याय मिले और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने दी कार्रवाई का आश्वासन
विधानसभा में इस मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने जवाब देते हुए कहा कि यह मामला बहुत ही संवेदनशील है और इसमें दो महिलाओं के साथ अन्याय हुआ है। उन्होंने बताया कि 9 जनवरी 2023 को उच्च न्यायालय ने इस मामले की पुनः जांच के निर्देश दिए थे, जिसके तहत विशाखा समिति ने दोबारा जांच कर रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। रिपोर्ट में प्राचार्य जी.आर. चतुर्वेदी का स्थानांतरण और सेवानिवृत्त सहयोगी शांति किशोर मांझी पर नियमानुसार कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि इस पर तीन दिनों के भीतर कार्रवाई की जाएगी।
आयुष्मान योजना में गड़बड़ी, 6 शिकायतों पर हुई कार्रवाई
विधानसभा सत्र के दौरान विधायक भावना बोहरा ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि 2023 से 1 फरवरी 2025 तक कबीरधाम जिले में आयुष्मान कार्ड और राशन कार्ड से इलाज में गड़बड़ी की कितनी शिकायतें आईं और उन पर क्या कार्रवाई हुई?
इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि जिले में कुल 6 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें प्राइवेट अस्पतालों द्वारा अनुचित रूप से नगद राशि लिए जाने की शिकायतें शामिल थीं। मंत्री ने स्पष्ट किया कि राशि समायोजित करने के बाद नगद लेने का कोई प्रावधान नहीं है और जिन अस्पतालों पर यह आरोप सिद्ध हुए, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, स्पष्टीकरण मांगा गया और मरीजों की राशि वापस करवाई गई। साथ ही, अस्पतालों को चेतावनी पत्र भी जारी किए गए।
मुख्यमंत्री ग्राम गौरव पथ योजना में सड़कों की प्रगति का सवाल
विधायक भावना बोहरा ने मुख्यमंत्री ग्राम गौरव पथ योजना के तहत कबीरधाम जिले में हो रहे सड़क निर्माण कार्यों की स्थिति पर भी सवाल किया।
इसके जवाब में गृह मंत्री ने बताया कि:
- बोड़ला विकासखंड में 6 सड़कों की स्वीकृति मिली है, जिनमें से 2 निर्माणाधीन हैं और 4 निविदा प्रक्रियाधीन हैं।
- सहसपुर लोहारा विकासखंड में 12 सड़कों की स्वीकृति मिली, जिनमें से 10 निर्माणाधीन हैं और 2 निविदा प्रक्रियाधीन हैं।
- कवर्धा विकासखंड में 13 सड़कों की स्वीकृति मिली, जिनमें से 2 निर्माणाधीन हैं, 10 निविदा प्रक्रियाधीन हैं और 1 सड़क की स्वीकृति निरस्त कर दी गई है।
गृह मंत्री ने बताया कि सभी निर्माणाधीन सड़कों की गुणवत्ता की जांच की गई और कोई भी कार्य गुणवत्ताहीन नहीं पाया गया।
भावना बोहरा का प्रभावी प्रदर्शन
भावना बोहरा ने विधानसभा में महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और अधोसंरचना विकास से जुड़े मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाया। उनकी पहल के बाद आयुर्वेदिक महाविद्यालय रायपुर के मामले में त्वरित कार्रवाई का आश्वासन मिला, वहीं स्वास्थ्य और सड़क निर्माण योजनाओं से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां भी सामने आईं। उनकी सक्रियता जनता के हितों की रक्षा और प्रशासनिक जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।